How to do Bhramari pranayama
एक शांत, हवादार कोने में सीधे बैठें और अपनी आँखें बंद रखें। अपने चेहरे पर एक सौम्य मुस्कान रखें।
कुछ समय के लिए अपनी आँखें बंद रखें। शरीर में होने वाली संवेदनाओं और भीतर की शांति का निरीक्षण करें।
अपनी तर्जनी उँगलियों को अपने कानों पर रखें। आपके गाल और कान के बीच एक उपास्थि होती है। अपनी तर्जनी उँगलियों को उपास्थि पर रखें।
गहरी साँस लें और साँस छोड़ते समय कार्टिलेज को धीरे से दबाएँ। आप कार्टिलेज को दबा कर रख सकते हैं या अपनी उंगलियों से उसे अंदर-बाहर दबा सकते हैं और मधुमक्खी की तरह तेज़ गुनगुनाहट की आवाज़ निकाल सकते हैं।
आप धीमी आवाज भी निकाल सकते हैं, लेकिन बेहतर परिणाम के लिए ऊंची आवाज निकालना अच्छा विचार है।
पुनः सांस लें और इसी क्रम को 3-4 बार दोहराएं।