No, we did not got our independence through Gandhi's chakra. I am Ravyansh Tilwani 6C IPGS I am raising in against of this topic. We did not got our independence through Gandhi's chakra nor we got any benefit through jawahar lal Nehru instead we got independence through bhagat singh, Rajguru and Sukhdev said the slogans 'inquilab zindabad' even while hanging. The chandrashekhar azad did the work of patriotism even when injured with bullets many times. The Subhash Chandra Bose yearned till the last breath for the freedom of the country. He made the impossible also possible. That's why I have written a poem as follows:-
'अरे जलती रही नारियां जोहर में,
भेड़िये फिर भी मौन थे।
हमे सिखाया गया अकबर महान् ,
तो फिर महाराणा प्रताप कौन थे ।।
अरे सड़ति रही सड़को पर लाशे ,
गांधी फिर भी मौन थे ।
हमें सिखाया गया कि गांधी के चरखे से आजादी आई ,
तो फिर फांसी पर चढ़ने वाले वो २५-२५ साल के नौजवान कौन थे ।।
अरे आज भी वो रस्सियां संग्राहलय में संजोकर रखी गई है,
जिससे गांधी अपनी बकरी को बांधा करते थे ।
अरे कहां गईं वो रस्सीया ,
जिसपे भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव हंसते हंसते झूले थे ।।
हालातें मुल्क देखकर रोया ना गया
हलाते मुल्क देखकर रोया ना गया ,
कोशिश करी हज़ार फिर भी मुंह ढककर सोया ना गया ।
कितने झूले थे फांसी पर कितनो ने गोली खायी थी,
अरे क्यूं झूठ बोलते हो भैया कि गांधी के चरखे से आजादी आई थी ।।