किसी ध्यानात्मक आसन में बैठ जाएं।
कमर और गर्दन को सीधा रख लें।
हाथों की कलाइयों को घुटनों पर रख लें।
अब दोनों हाथों की तर्जनी अंगुलियों के सिरे को मोड़ कर उसको अंगूठों के साथ मिला दें।
यहां बाकी तीनों अंगुलियां सीधी रखकर आपस में मिला लें।
अब सहज अवस्था में आंखें बंद करके ध्यान की अवस्था में बैठे रहें।